शारीरिक सुख को ना समझो प्यार का आधार सुख नहीं मिलेगा इसमें ये है सिर्फ विषैला प्यार। शारीरिक सुख को ना समझो प्यार का आधार सुख नहीं मिलेगा इसमें ये है सिर्फ विषैला...
स्वर्ग में कब का घुल चुका है बारूदी गंध विषैला, विषैले जीवाणुओं ने हर ओर से लिया है घेर वि... स्वर्ग में कब का घुल चुका है बारूदी गंध विषैला, विषैले जीवाणुओं ने हर ओर...
जब पतझड़ सी ज़िन्दगी में गुलाब का कोई फूल आए तो ज़िन्दगी एक हसीन ख़्वाब बन जाती है। जब पतझड़ सी ज़िन्दगी में गुलाब का कोई फूल आए तो ज़िन्दगी एक हसीन ख़्वाब बन जाती है।
जब प्यार होता है तो शारीरीक और मानसिक बदलाव स्वभाविक है... जब प्यार होता है तो शारीरीक और मानसिक बदलाव स्वभाविक है...
दिल तोड़ दिया मेरा मुझे तुम पसंद नहींजिसे चाहता रहा मैं उसी से दगा पाई दिल तोड़ दिया मेरा मुझे तुम पसंद नहींजिसे चाहता रहा मैं उसी से दगा पाई